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राष्ट्रीय राजमार्ग – एक सफ़र भारत से इंडिया तक

आज हम आपको बताने वाले हैं उस साधन के बारे में जिसकी वजह से आपका सफ़र सरल हुआ ,एक जगह से दूसरी जगह जाना सरल हुआ ,जिसके साथ मीलो का सफ़र भी सुहावना लगने लगा और जिसने देश के आर्थिक विकास में मदद की और साथ साथ छोटे छोटे कस्बो को बड़े बड़े शहरो व राज्यों से जोड़ा। हम बात कर रहे है भारतीय राजमार्गों की जो देश और उससे जुड़े सभी व्यक्तियो के जीवन में अहम भूमिका रखते है। राजमार्ग किसी ऐसी सड़क या अन्य सार्वजनिक मार्ग को कहते हैं जो थल यातायात के साधन के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।

यह मुख़्यता अन्य सड़कों की तुलना में अधिक चौड़े और विभिन्न साधनों वाले होते हैं और महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ते हैं। इस परिवहन की सहायता से छोटी और मध्यम दूरी आसानी से तय की जा सकती है। यह गावों और शहरों को बाजारों, कस्बों, प्रशासनिक व सांस्कृतिक केन्द्रों से जोड़ता है। सड़क यातायात द्वारा उद्योगों में भी मदद मिलती है। सड़क के विकास के लिए पहली बार सड़क को चार वर्गों में विभाजित किया गया था, नागपुर योजना के तहत। ये वर्ग चार है – राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग, जिला सड़कें और ग्रामीण सड़कें। भारत का राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क ट्रंक सड़कों का एक नेटवर्क है जो सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के स्वामित्व में है।

राजमार्गो के निर्माण और प्रबंधन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI), राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम (NHIDCL), और राज्य सरकारों के सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWDs) द्वारा किया जाता है। NHAI की स्थापना भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अधिनियम, 1988 द्वारा की गई थी। अधिनियम की धारा 16(1) में कहा गया है कि NHAI का कार्य राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास, रखरखाव और प्रबंधन करना है, और भारत सरकार द्वारा निहित या इसके अधीन किसी भी अन्य राजमार्ग को सौंपा गया है। राजमार्गो की लंबाई भारत की सड़को का मात्र 2.7% है, लेकिन यह कुल यातायात का लगभग 40% भार उठाते है। मुख्यतः सड़के 2 पंक्तियो की है, प्रत्येक दिशा में जाने के लिए एक पंक्ति। हाल के समय में इन राजमार्गो का तेजी से विकास हुआ जिनके तहत भारत के शहर और कस्बो के बीच यातायात के समय में गिरावट आई। कुछ शहरो के बीच 4 और 6 पंक्तियों के राजमार्गो का भी विकास हुआ। दिसंबर 2018 तक ये राजमार्ग 131,326 किमी (81,602 मील) से अधिक दूरी पर हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार ने राजमार्ग की लंबाई को 96,000 से 2,00,000 किमी तक दोगुना करने का संकल्प लिया है। कुछ ही राष्ट्रीय राजमार्ग कंक्रीट से बने हैं।

मुम्बई पुणे एक्सप्रेस-वे इसका एक अपवाद है। देश में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए 1998-99 में अटल बिहारी वाजपयी जी के नेतृत्व में राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना शुरू की गई थी। यह देश की अब तक की सबसे बड़ी राजमार्ग परियोजना है। NS-EW कॉरिडोर भारतीय राजमार्ग नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। NH 44 को उत्तर-दक्षिण (NS) कॉरिडोर और NH 27 को पूर्व-पश्चिम(EW) कॉरिडोर कहते है जोकि उत्तर प्रदेश के झाँसी में मिलते है।भारत में सड़क यातायात देश की कुल यातायात का 80% से अधिक भाग है।

भारत का रोड नेटवर्क 5,903,293 किलोमीटर है जिससे वह चीन को पीछे छोड़ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रोड नेटवर्क बनता हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग इसी का हिस्सा हैं। राजमार्गो की लंबाई भारत की सड़को का मात्र 2.7% है, लेकिन यह कुल यातायात का लगभग 40% भार उठाते है। परिवहन का जीवन में अत्यधिक महत्व होता है। वर्तमान में यातायात के काफी साधन है जैसे रेल, सड़क, वायु परिवहन आदि। परन्तु इसमें मुख्य है सड़क परिवहन जो लाखों लोगों के जीवन में एक अहम भूमिका रखता है।

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